सोमवार, 6 अक्तूबर 2014

देशभक्ति





करो या न करो अपने पर देश पर एक उपकार कर दो
हमारा भारत है महान ये दुनियां को पैगाम दे दो ..!


आज और कल किसी से चैट वैट नही करना
अभी से लेकर कल तक केवल republic day विश करना ..! 



देश आजाद हुआ लेकिन हम अब भी गुलामी कर रहे है
अपनी भाषा छोड़ आज भी अंग्रेजो की भाषा पढ़ रहे है..!



मै हूँ तिरंगा तेरा शान
भारत देश हमसे है महान
कोटि-कोटि जनता का प्यारा
अमर रहे गणतंत्र तुम्हारा ..!


 साजिस है फोटो से लुभाने की तुमको कि,
हसिनाओ ने हुस्न का जाल बिछा रखा है ..!rr


दुखी हूँ मै क्यू ये रात ढल रही है ,
खुली आँखों से सहादत नही देखी जाती...!rr

दिए जब चोट तुम मरहम भी लगाओगे ,
तुमसे उम्मीद करना ये भी नादानी है...!rr


पड़ोसी देश से माँगा था दोस्ती के बदले हमने दाउद को
लेकिन उसने तो जैस-ए-मुहम्मद भेज दिए..!rr

प्रेम हो या जंग दोनों में हमने शिकस्त दी है,
फिर भी उनकी तल्खियाँ कम नही होती है..!

रविवार, 5 अक्तूबर 2014

मेरी रचनाये

हम गरीबो का इन्टरनेट अब कैसे चलेगा
कम्पनियो की मनमानी से हम पर बोझ बनेगा
१ जी बी में पहले महिना निकलता
ोगुने में अब तो स्टेटस भी न डलता
अनलिमिटेड के नाम पर चोरी जो चलता
खर्च हुए प्लान का अब पता भी न पड़ता
मन झिझक कर रह जाता जब नेट रोने लगता
कोई खास बातें करते हुए बिघ्न जो पड़ता
अपनी मजबूरी और दोस्तों से दुरी
दिल को बहुत दुखी करता बहुत दुखी करता
उंगुलियां रूकती नही रिफ्रेश करती जाती
उम्मीद एक बार फिर से चल पड़ने की धरी की धरी रह जाती
कम्पनियों की मनमानी से हम पर बोझ बनेगा
हम गरीबो का इन्टरनेट अब कैसे चलेगा ...!


 जो तेरे मेरे विचार नही मिलते
यूँ कहे तो बे-हिसाब नही मिलते
दूरियां बढ़नी तो लाज़मी ही थी
पसंद नही वही तुम बार बार करते
अब क्यू कोश्ते हो अपने आपको
तब तो समझे नही मेरे जज्बात को
तुम तो कहे थे मुझे ब्लाक कर दो
अब तुम ही कहते हो अनब्लॉक कर दो
हो नही सकता अब वही फरियाद करते
ब्लाक होने से पहले अपनी माँ को तो याद करते
जो तेरे मेर विचार नही मिलते
यूँ कहे तो बे-हिसाब नही मिलते ...!


 अंग्रेज गये अंग्रेजी छोड़ दिए मुशीबत हम पे थोप
बोले सब अंग्रजी बोल हिन्दी को गये सब भूल
हाय डिअर बाय डिअर ये बोल सबके लिए नही है फेयर
हिन्दू माई बाबु बने अंग्रेजी में मम्मी पापा
हमारा ये हिंदुस्तान कहाँ जा रहा है दाता ..?


मै नफ़रत हूँ ,प्यार भी हूँ ,
मै अपमान हूँ ,सम्मान भी हूँ
मै खुशी हूँ , गम भी हूँ
मै वाद हूँ, विवाद भी हूँ
मै तर्क हूँ, बितर्क भी हूँ
इन सभी झंझटो का एक जड़
इन्सान भी हूँ ..


लोग कहते है बड़ा मज़ा आता है चैटिंग से
निकलना घर से बंद हो गया है चैटिंग से
क्योंकि होती हैं अब तो सेटिंग चैटिंग से
दुनिया के लडके लडकियाँ बेकार हो रही है चैटिंग से
बेकार हो गया है टेलीफ़ोन चैटिंग से
बेकार हो गया है हर बात चैटिंग से
पता नहीं था क्या मतलब होता है ass का
चल गये पता सारे अर्थ चैटिंग से
बदनाम हो रहे है लोग चैटिंग से...
मानते है कुछ होती है अंग्रेजी में सुधार चैटिंग से
मैं कहती हूँ हो गई है इंगलिश खराब चैटिंग से
प्यार हो रहा है अब चैटिंग से
निकाह हो रहा है अब चैटिंग से
दुनिया बदल गया है चैटिंग से
इतना की बर्बाद हो रहा है चैटिंग से ...!



 फेसबुक पर पंक्तियाँ लिखने को लिए दिल मेरा बेकरार है
त्रुटी के लिए माफ़ कर दे तो हम आपका शुक्रगुजार है
आधुनिक दुनियां को आज फेसबुक सभी की दरकार है
इसलिए सोशल साईट का यह बना सबसे बड़ा बजार है
दुनियां में फेसबुक का अपना एक मुकाम है
पर गलत दखलंदाजी से सारे लोग बदनाम है
जहाँ नकली आईडी का भरमार है
वही अच्छे लोगों की कुछ ही कतार है
जो खामोसी में समझते अपना सम्मान है
पर मै समझती हूँ बुराई से अच्छाई की यह बड़ी हार है ...!

बुधवार, 20 अगस्त 2014

ख़ुशमिजाज़ शायरी





जब से गम भुला के आज में जीने लगी हूँ
तब से कुछ ज्यादा ही ख़ुश होने लगी हूँ ..!



पलको में खुशियाँ छुपा के मुस्कुराना न कोई खता है
दोस्त नजरे झुका के यू शर्माना हमारी एक अदा है ..!
  



आँखों में नमी थी और बिटामिन की कमी थी 
जिससे रात भर चैट की वह गर्लफ्रेंड की मम्मी थी ..!!

 ये आँखें, ये झुमके, ये कंगन, उस पर ये नागिन सी ज़ुल्फें मेंरी, 
मैं क़ातिल हूँ मगर दिल से लगा लेने के काबिल हूँ....!!!

 हंसो इतना कि तेरी हंसी पे सारा जमाना रो दे 
रोना इतना कि आँसुओं की बाढ़ में वो सब कुछ खो दे.!




जाने से पहले मेरी कही एक बात याद रखना
न ख़ुद उदास रहना न किसी को उदास रखना ...!

 हर खूबसूरत दिखने वाली चीज़े अच्छी नही होती
क्यूकि दोस्त
बेइमानियस्त वही होती है जहा थोड़ी जगह होती ..!

 सोचा याद न करके थोड़ा तड़पाऊं उनको
किसी और का नाम लेकर जलाऊं उनको
पर चोट लगेगी उनको तो दर्द मुझको ही होगा
अब ये बताओ किस तरह सताऊं उनको.....!


 जो हर पल हँसते रहते हैं
उनके दिल सुनसान समझिए
रोज चुभेंगे काँटे दिल में
फूलों से नुकसान समझिए....!


 


थॉट विथ इमेज





























मंगलवार, 19 अगस्त 2014

नये और मेरे विचार


  1. जब हम किसी को ख़ुशी नही दे सकते तो उन्हें दुख देने का भी कोई हक़ नही है ..!!
  2.  हमारे माता पिता द्वारा ये हमारा जीवन उधार में मिली है ..इस कर्ज को केवल उन्हें खुशियों देकर ही चुकाया जा सकता है ..!!
  3. प्यार जताने की नही प्यार को महसूस करना जरूरी होता है ..!
  4.  दर्द की सबसे अच्छी दवा मुस्कान (मुस्कराहट ) होती है !
  5. इन्सान कभी मुसीबत से नही हारता लेकिन जब उसके अपने इस कठिन समय में इक-इक कर साथ छोड़ते जाते है तो वह कमजोर पड़ने लगता है और अन्त में उसकी हार निश्चित हो जाती है ..! 
  6.  तस्वीर में कोई खराबी नही होती है देखने वालों के मन में खराबी होती है ....!
  7.  दोस्ती हमेशा दिल से करें, दिमाग से नही क्यूंकि जो दिमाग से दोस्ती की जाती है उसमे स्वार्थ छिपा होता है ..!!
  8. समय गति के साथ साथ हम अपनी जिन्दगी में कुछ ना कुछ तजुर्बा हासिल करते रहते है ..तजुर्बा पाने का कोई शार्ट कट साधन नही है ..!!
  9. रिश्तो में विश्वास भले ही कम हो जायें लेकिन अधिकार तो हमेशा बने रहते है ..!!
  10. जब आप किसी का दिल से सम्मान करते है तो बदले में उतने ही प्यार से सम्मान आपको भी वापिस मिल जाता है..!!
  11. आप अपने किसी खास विश्वासी ब्यक्ति पर भी हद से ज्यादा विश्वास न करे, क्योंकि विश्वास में भी विष होता है, जिसका विष साँप के विष से अधिक जहरीला होता है ...!!
  12. दुःख और परिश्रम मानव जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है क्यूकि दुःख के बिना हृदय निर्मल नहीं होता और परिश्रम के बिना मनुष्य का विकास नहीं होता..!!
  13.  मित्रता हमेशा एक अच्छी जिम्मेदारी हो सकती है लेकिन एक मौका कभी नहीं हो सकती..!!
  14.  एक अच्छा दिमाग और एक अच्छा दिल का मेल, हमेशा बिजय का ही स्वाद देता है !!
  15.  जब आप किसी के गलतियों पर गुस्सा करते है तो आप सदैव अपने आप को ही सजा देते है...!
  16. दिल में आने का रास्ता तो होता है पर जाने का नही, इसलिए जब कोई दिल से जाता है तो दिल तोड़ कर ही जाता है ..!!
  17. सच्ची मोहब्बत जेल की तरह होती है, जिसमे उम्र बीत जाती है पर सजा पूरी नही होती..!!
  18.  महिलाएं उन पुरुषों को बेहद पसंद करती हैं, जो उन्हें रिसपेक्ट देते हैं..इसलिए आप सभी से नम्र निवेदन है स्त्री का सम्मान करे ...!!
  19. अंग्रेजी भाषा न जानने का जितना दुःख नही मुझे ,उससे कही ज्यादा हिन्दी भाषा जानने पर गर्व है, क्योंकि हिन्दी भाषा हमारी मातृभाषा है ..!! 
  20.  हमारे लिए दोस्त वही अनमोल होते है जिनके विचार सुन्दर होते है जैसे पत्थरों के ढेर में से सभी पत्थरे नही पूजे जाते है ..!
  21.  हमारे जीवन में होने वाले बिभिन्न क्रियाओ एवम घटनाओ से हम कुछ न कुछ सीखते रहते है इसलिए हम कह सकते है कि हमारा जीवन २४*७ चलने वाला पाठशाला है ..!
  22.  गलत लोगो के संगती से फर्क नही पड़ता, फर्क पड़ता है तो उनके गलत मानसिकता से ..!
  23.  हमारे जीवन में होने वाले बिभिन्न क्रियाओ एवम घटनाओ से हम कुछ न कुछ सीखते रहते है इसलिए हम कह सकते है कि हमारा जीवन २४*७ चलने वाला पाठशाला है ..!
  24.  यदि हमारा जीवन का डगर समस्याओ से अस्त-ब्यस्त है तो इस डगर को पार करने की देर है ..उसपार खुशियाँ आपना आँचल फैलाये इंतज़ार कर रही होती है ...!
  25.  मनुष्य साहसपूर्ण ढंग से किसी भी समस्या,दुःख का निदान कर सकता है ..!
  26.  परिस्थिति जब हमारे खिलाफ़ हो जाये तो हमे शांति और समझदारी से काम लेना चाहिए ..!
  27.  यदि कभी आपकी आशा निराशा में बदल गयी हो तो मायूश होने के बजाय पुन: मन में नये आशाएं जागृत करने की आवश्यकता है ...मन की इच्छाए और आशाएं कभी मरने नही चाहिए ..!
  28.  यदि किसी सामूहिक समस्या का हल चाहिए तो हमेशा सामने वालो को भी सोचने का समय दे !
  29.  उन सज्जनों और देविओं की उम्र और ओहदा सब बेकार है जिन्हने अपने अनुभव को अपने तक ही सिमित रखा है ...!
  30.  अच्छी बातें करने वाले को लोगो के सत्कार और झिझकार दोनों का सामना करना होता है, जहाँ सत्कार से आप ख़ुश होते है वही झिझकार से कभी मायूस न हो ..!
  31.  मै छोटे की भी इज्ज़त करती हूँ और बड़ो की भी मेरे लिए उनका उम्र नही चरित्र (ब्यवहार) मायने रखता है ..!
  32.  प्यार का सिला उस गुलाब के पौधे से सीखिए जो अपने जमीं पर रहते हुए नाज़ुक कलि को सराखो पर रखता है ....!
  33.  हमे एक उद्देश्य निर्धारित करके उसे प्राप्त करने की कोशिश करते रहना चाहिए !
  34.  गुलाब के जैसे हम इंसानों की पहचान होनी चाहिए जैसे गुलाब जमीन से उठाकर फिर जमीन पर आ गिरे तब भी गुलाब ही कहलाती है ...!
  35. किसी ब्यक्ति को जानने के लिए अधिक दिन की नही बल्कि एक दिल की जरूरत होती है ...!
  36.  खुद के मनोरंजन के लिए साधन हर समय, हर वक्त हमारे पास मौजूद है हमे उसे क्रियान्वित करने की जरूरत है ...!
  37.  अच्छाई-बुराई मनुष्य के बिकास के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी का कार्य करती है ..!
  38.  मन के गहराइयों में जो भी डूबेगा वो विचार रूपी बाल्टी में कुछ न कुछ शब्द बाहर ले आएगा ..!
  39.  इतना ही बोलिए जितना की सुनने वाले को बुरा न लगे ...!
  40.  कुछ खूबसूरत चीजो को देखा या छुआ नही जा सकता केवल महसूस किया जाता है ...!
  41.  दिल तो प्रत्येक ब्यक्ति के पास होता है लेकिन दिलदार कोई कोई ही होता है ...!
  42. दिल उनका बड़ा होता है जिनमे दया ,प्रेम एवं क्षमा का वास होता है ...!
  43. अपने मन में अच्छे विचारो को ही जगह दे आपके सम्मान और बिकास के लिए उपयोगी सिद्ध होगा ..!
  44. मन में बदले का भावना, अहंकार बश उत्पन्न होता है ...!
  45. दिल की हर बात को अपने जुबान पर जल्दी नही लानी चाहिए,
    लेकिन दिल की अच्छी और सच्ची बात जुबान पर लाने में देर भी नही लगानी चाहिए ...!
  46. ईश्वर भी उसी ब्यक्ति का सहायता करते है जो अपने कार्यो के प्रति प्रयत्नशील रहता है ...!
  47. घबराते वे लोग है जिनको अपने उपर तनिक भी विश्वास नही होता है ...!
  48. इन्सान स्वार्थ ,फ़रेब ,धोखा,लालच रूपी जमीन पर दोस्ती का मजबूत और टिकाऊ माकन नही बना सकता...!
  49.  मधुर वाणी बोलने वाले ब्यक्ति के आस पास कभी भी दरिद्रता नही भटकती ..!
  50. सहानुभूति केवल हौसलाअफजाई नही करता बल्कि आपसी प्रेम को भी बढ़ता है ...!
  51. जो ख़्वाब आँखों को पीड़ा देते हो उन्हें नही देखना चाहिए ...!
  52. ये दुनियाँ ख़ूबसूरत हमको तभी दिखेगी जब हमारा मन ख़ूबसूरत होगा ..!
  53. प्रत्येक ब्यक्ति का सोच अपने ही दिमाग की उपज होती है उपर हमारा कोई प्रतिबन्ध नही होता ...!
  54.  फ्रस्ट्रेशन एक बुद्धिजीवी मनुष्य को क्षण भर के लिए ही सही लेकिन बुद्धिहीन बना ही देता है ...!
  55.  उस ब्यक्ति की दोस्ती ज्यादा दिन नहीं टिक सकती, जिसका दिल शुद्ध व पवित्र नहीं है..!
  56.  मीठे व बुद्धिमानी से प्रयोग किये गये शब्द चुम्बक की तरह लोगो का ध्यान आकर्षित करते है..!
  57.  आशीर्वाद दिल से निकलते है मुख केवल पुष्टि करता है ,,!
  58.  गधे को कितना भी चना क्यू न खिला दो वो घोड़ा नही बनता....! 
  59.  इस संसार में चाहे कोई कितना भी सुखी क्यू न हो लेकिन मन सुखी नही होता...!
  60.  हम चाहे तो जिन्दगी के हर क्षेत्र में समझौता करने की सोच सकते है लेकिन चरित्र के क्षेत्र में कभी भूलकर भी सोचना नही चाहिए ...!
  61.  व्याकरण की तरह जीवन में भी यह होता है कि अपवादों की संख्या नियमों से भी अधिक बढ़ जाती है....!
  62.  जो ब्यक्ति हमेशा दुसरो के भलाई की बातें करता है उसके मित्र एक नही अनेक होते है ...!
  63.  दिमाग उस नदी व तालाब की तरह होती है जिधर जल का प्रवाह होगा उधर ही बहने लगेगी ...!
  64.  जिसमे हमारा नुकसान नही उसे दुसरे को देने से परहेज कभी नही करना चाहिए ...! जैसे ज्ञान 
  65. किसी प्रतिष्ठित पद से ज्यादा प्रभावशाली मनुष्य का अपना चरित्र होता है ....!
  66.  एक विवेकशील ब्यक्ति कई बाहुबलियों से ज्यादा वलवान होता है..!
  67.  एक इन्सान में अदब तभी तक बना रहता है जब तक उसके दिल में दुसरे के लिए इज्ज़त होती है ..!
  68.  अज्ञानी ,मूर्खो की दोस्ती स्वं को कष्ट देती है ...क्योकि उसमे किसी तथ्य को समझने और उचित बोलने की क्षमता नही होती ...!
  69.  आप किसी नतीजे पर पहुचे उससे पहले सामने वालो को इत्तिलाह कर उसे भी सोचने/सफाई देने का समय दे... !
  70.  जो मनुष्य देखता है उसी को सत्य समझ बैठता है परन्तु कभी कभी वह पूर्णतया सत्य नही होता ...!
  71.  ईश्वर प्रोफाइल चित्र में नहीं बल्कि चरित्र में बसता है अपनी आत्मा को मंदिर बनाइए..!
  72.  बोलने से अधिक किसी को सुनना कठिन होता है ..!
  73.  "उल्झने" और "उलझने " दोनों में एक समानता होती है, आगे न जाने क्या होगा डर बना ही रहता है ..!
  74.  इक निश्चित समय के बाद पुराने रिश्ते एक एक कर टूटने लगते है तथा इसी के साथ नये रिश्तो की नई शुरुआत की सम्भावनाये बढ़ जाती है...!
  75.  " तिलक और कलंक दोनों ही माथे पर लगते है " भाई जरा ध्यान से  ...!
  76.  प्रतिशपर्धा के इस युग में लोग गलत नही अपितु उनकी बढ़ती हुई इच्छाये इस ओर अग्रसर कर रही है ..!
  77.  प्रोत्साहन के अभाव में अपने शब्दों के प्रभाव को कभी मत खोइए..!
  78.  प्रेम ही हम सबको एक दुसरे से जोड़ रखी है ...इसलिये जरुरी है जीवन में इसे कम न होने देना चाहिए..!
  79.  शब्दों में ब्याक्तिक चरित्र झलकता है इसलिए जब भी किसी से बात करे या अपनी संबेदना ब्यक्त करे तो सही शब्दों का इस्तमाल करे..!
  80.  खोखली लकड़ी और खोखली दोस्ती पर कभी विश्वास नही करना चाहिए ..!
  81.  हम सब प्यार के उपज है और हमे भी प्यार उपजाने चाहिए यानि नफरत छोड़ प्यार से रहने की कोशिस करनी चाहिए.!
  82. #‎दिल‬ इक ऐसी जगह है जहाँ लोग ‪#‎मरणोपरांत‬ भी रह सकते है बशर्ते ‪#‎निष्कपट‬ होना पड़ेगा ..!
  83. ख़ूबसूरती केवल दिल पे असर करती है परन्तु आचरण दिल और दिमाग दोनों पर ..!
  84. फिजूल की बातो से बड़ी मात्रा में लोग बेवकूफ बनते है क्यूकी अच्छी बातो को वे कभी तब्बजू नही देते है ..!
  85. वाणी बाण सा प्रहार करती है , कभी दिल को छू लेती है तो कभी दिल को छललनी कर देती है ..!
  86. दिया और आग दोनों जलते है फर्क सिर्फ इतना है जहाँ आग क्षण में सब कुछ जला देता है और अपने तेज को समाप्त कर लेता है वही दिया दुसरो के लिए घंटो जलकर भी प्रकाश का बिस्तारित करना नही छोड़ता है ...!

गुड मोर्निंग शायरी

नई सुबह,
नई किरणें,
नई आशा,
नई उम्मीदें,
नये रास्ते,
इन सब के साथ आपको दिल से – सुप्रभात...!


सुबह काफी हो चुकी है, अब चिराघ बुझा दीजिये
एक हसीं दिन राह देखता है आपकी, बस पलकों के परदे उठा लीजिये..!
शुभ दिवस..!


 प्यारी सी ठंडी सी अच्छी सी खूबसूरत सी बड़ी सी भोली सी मीठी सी . .. गुड मोर्निंग...!


 नैनो के काजल से,
 महकों की बहार से,
 इस गुल-ए-गुलज़ार से,
दिल के हर तार से
बड़े ही प्यार से,
कहते हैं आपको... गुड मोर्निंग..!


 सजती रहे खुशियों की महफ़िल
लेकिन हर ख़ुशी सुहानी रहे
आप जिंदगी में इतने खुश रहें
कि हर ख़ुशी आपकी दीवानी रहे.....!
शुभ दिन

ख़्वाबों के जहाँ से अब लौट भी आओ
हुई है सुबह अब जाग भी जाओ
चाँद-तारों को अब कह भी दो ‘बाय’ और प्यारी सी सुबह को कहो, ‘हाय’.... गुड मोर्निंग...!

बुड्ढा हो चाहे बच्चा ...
झूठा हो चाहे सच्चा
ईश्वर तेरे हम सब बच्चा ..
दिन कर सबके अच्छा ..!
सु-प्रभात,आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो ..!


सूरत जो तेरी देखि अपने मन के झरोखे से
दिल में एक ज्वार उठी तुझे पाने की जो रुके ना रोके से..!
सु-प्रभात,आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो ..!


लिखो ए दोस्त तुम सभी कैसे हो,
तुम बिना सवेरा ये अधुरा लगता है....rr!
सु-प्रभात, आपका दिन मंगलमय हो...!

गुड नाईट शायरी


मीठी-मीठी यादों को  पलकों में सजा लेना
साथ गुजारे पल को पलकों में बसा लेना
दिल को फिर भी न मिले सुकून तो
मुस्कुरा के मुझे अपने सवाप्नो में बुला लेना ....!
"शुभ-रात्रि "



हर रात में आपके पास उजाला हो
हर कोई आपका चाहने वाला हो
रात गुजर जाये उनके सपनों के सहारे
ऐसा कोई आपके स्वप्नों को सजाने वाला हो ...!
" शुभ-रात्रि "



सितारे चाहते है कि रात आये
हम क्या लिखे कि आपका जबाब आये
सितारों जैसी चमक तो नही मुझमे
हम क्या करे कि आपको मेरी याद आये ..!
"शुभ-रात्रि "


उसकी प्यारी मुस्कान होश उड़ा देती है
उसकी प्यारी आँखे हमे दुनिया भुला देती है
आएगी आज भी वो मेरे स्वप्नों में यारों
बस यही उम्मीद हमे रोज़ सुला देती है ...!
"शुभ-रात्रि "


 आँखों ही आँखों में बात होने दो
मुझे मीठे-मीठे सपनो में सो जाने दो.!!
शुभ रात्री साथियों,

 आपको प्यार करने से दर लगता है
आपको खोने से डर लगता है
कही आँखों से गम न हो जाये यादे
अब सोच रात को सोने से डर लगता है .!
शुभ रात्रि

गम ने हसने न दिया ज़माने ने रोने न दिया
इस उलझन ने चैन से जीने न दिया
थक के जब सितारों से पनाह ली तब
नीद आई तो तेरी याद ने सोने नही दिया ..!
शुभ रात्रि 


 लोग न जाने किस तरह की रंगीन रातों की चाहत रखा करते है
मेरी रात तो वही सुन्दर जो अपनों के ख्यालो में बिता करते है ...!
शुभ रात्रि


 कीताब पढ़ने के लिए होती है उसमे सिर्फ़ तकते हो क्यों
रात सोने के लिए होती है ऱोज देर रात जगते हो क्यों ..!
 शुभ रात्रि 

 सुन्दर मधुर स्वप्नों की बारात गुजर गयी यारा
बातों ही बातों में देखो आधी रात गुजर गयी यारा ..!
 शुभ रात्रि 


 हवा से लिपटी हुई सिसकियों से लगता है, मेरी "दर्द" की कहानी किसी और ने भी दोहराई ...
दोस्ती के खातिर ही सही, देर अब न लगा "शुभ संध्या" बोल दे मेरे भाई ....!


 आप इस तस्वीर की ख़ूबसूरती को निहारते रहिये
हो गयी है अर्धरात्रि,मुझे शुभ रात्रि कहते रहिये ...!

 उसकी प्यारी मुस्कान होश उड़ा देती है
उसकी प्यारी आँखे हमे दुनिया भुला देती है
आएगी आज भी वो मेरे स्वप्नों में यारों
बस यही उम्मीद हमे रोज़ सुला देती है ...!
 शुभ रात्रि


गुड नाईट को बोली हूँ पहले उनको सुला के आओ
फिर धीरे से, हौले से मेरी आँखों में बश जाओ ...!
शुभ रात्रि ...!




आँखों में तेरी तस्वीर सज़ा के सोऊंगी ,
सुना है सपनो में कोई बंदिशे नही होती ...!
शुभ रात्रि






लव शायरी

दिल की बात कभी गलत नही होता यह मान लीजिये,
दिल लेफ्ट में होते हुए भी हमेशा राईट में होता है यह जान लीजिये ..!!


दिल का दिल से दीदार होता है धीरे धीरे
प्यार को प्यार से प्यार होता है धीरे धीरे .!

मोहबत के सफर में गुम हो गया है कोई
तुम मुझे ढूंढ ,मै तुझे ढूढ़ती हूँ ...!


क्यूँ माँगा तुमने दिल में थोड़ी सी जगह
 
तुम तो सदा मेरे दिल में रहते हो ...!



मांग कर दिल में जगह पल में पराया कर दिया
अरे ! तुम तो सदा मेरे दिल में बसते हो ...!

 एक जमाना वो था मुहबब्त, बिन कारण हुआ करता
एक जमाना ये है, बिन कारण किसी से मुहब्बत नही होता ..!
( कारण - सूरत ,धन ,अमीरी-गरीबी ,पद , इत्यादि )


 नही होता दीदार उसका तो दिन रात क्यू तड़पती हूँ
नही है मेरे लिए क्या और कोई , उसी का रास्ता क्यू देखती हूँ ...!


 एक नज़र की आस में खुद रह जाओगे
इस तरह न देखो वरना देखते रह जाओगे
बेझिझक कह देना अपने दिल की बात वर्ना
सोचोगे तो जिन्दगी भर सोचते रह जाओगे...!

होंठो से तेरा होंठो को गीला कर दूँ
तेरे होंठो को में और भी अब रसीला कर दूँ
तू इस क़दर प्यार करे के प्यार की इन्तहा हो जाये
तेरे होंठो को चूस कर तुझे और भी जोशीला कर दूँ ..!

एक बार तो मुझे सीने से लगा ले
अपने दिल के सारे अरमान सजा ले
कब से है तड़प तुझे अपना बनाने की
आज तो मौका है मुझे अपने पास बुला ले..!

आपकी आदत है रूठ जाने की
मेरी फितरत नही किसी को मानाने की
पर मानाने को मजबूर कर देता है ये दिल
क्युकी ख़ुदा ने इजाजत नही दी आपका दिल दुखाने की..!

जब नगमे नही लिखे जाते
जब पैगाम नही भेजे जाते
ये मत समझना हम भूल गये आपको
ख्याल तो आता है बस अल्फाज नही मिल पाते ..!

उन्हें ये शिकायत है हमसे की
हम हर किसी को देखकर मुस्कुराते हूँ
जो ना समझ है वो क्या जाने
हमे तो हर चेहरे में वो नज़र आते है

तेरा प्यार ने ज़िन्दगी से पहचान करायी है
मुझे वो तूफानों से फिर लौटा के लायी है
बस इतनी ही दुआ करते है ख़ुदा से हम
बुझे ना ये शमा कभी जो हमने जलाये है ..!

प्यार की अनोखी मूरत हो तुम
ज़िन्दगी की एक ज़रूरत हो तुम
फूल तो खूबसूरत होते ही है
पर फूलो से भी खूबसूरत हो तुम

वो कहते है मजबूर है हम
न चाहते हुए भी दूर है हम
चुरा ली उन्होंने धडकने भी हमारी
फिर भी वो कहते है बे-कसूर है हम...!

बस मुझे आपका एक सलाम मिल जाये
सलाम के साथ एक पैगाम मिल जाये
खुस है आप मेरे बिना ये जानकर
दिल-ए-बेचैन को कुछ आराम मिल जाये..!

रूठ जाओ कितना भी पर माना लेंगे
दूर जाओ कितना भी भुला लेंगे
दिल आखिर दिल है कोई समुन्दर की रेट नही
जो लिख के नाम आपका हम युही मिटा देंगे ..!



बांहों में मेरी झूमकर तुम, अगर अपनी नज़र से पिलाओगे तुम
"रिया" तो होश गवां देगी अपनी, जन्नत में पहुच जाओगे तुम ..!

 रात बीतने को है फिर भी "रिया" को इन्तेजार है तेरा
अरे जालिम तू खुद क्यों नही कह देता तू प्यार है मेरा... !


 दिल की बात होंठो से गुजरी बस इजहार-ए अंदाज़ बदल रहे
दुनियाँ के नज़रो से छुप छुप के अब प्रेम शायरी में कर रहे है..!

शुक्रवार, 23 मई 2014

दर्द भरे शायरी


उठी जो शर्द हवा रोज बरस गया पानी
आह भरके सावन की गुजर गयी जवानी ..!

 गम ए आरजू तेरी आह में, शब् ए आरजू तेरी चाह में
जो उजड़ गया वो बसा नही और जो बिछड़ गया वो मिला नही ..!!


लगती है जिसके दिल पर, वो आँखों से नही रोते
जो अपनों के ही न हो पाए, वो किसी के नही होते ..!!


 मौत सिर्फ नाम से बदनाम है, वरना तकलीफ तो जिन्दगी ही ज्यादा देती है.. 
और स्त्री (वीवी ) सिर्फ नाम से बदनाम है, वरना तकलीफ में वही साथ देती है ...!!


 खवाब एक, मुश्किलें हज़ार हैं
तन्हाई और गम मेरे जीवन भर के यार हैं
अब तो दिल मौत के लिए भी तैयार है
क्यूँकि इस जीवन मे सिर्फ़ एक बेवफा से प्यार है..!!


जुल्म इतना भी न कर की लोग कहे तुझे दुश्मन मेरा
क्यूंकि हमने जमाने को तुजे अपनी जान बता रखा है !!


 हमें मालूम था अंजाम इश्क का लेकिन
जवानी जोश पर थी जिन्दगी बर्बाद कर बैठी ..!!


 दिल का जख्म कैसे दिखाऊ किसी को यारों,
मरहम की जगह सब नमक लगाते है ..!!


 यदि रुठा हो प्यार तो मनाने मेँ क्या जाता है,
यही प्यार है यारोँ इसके हर ढंग मेँ मजा आता है.!!


 हंसो इतना कि तेरी हंसी पे सारा जमाना रो दे
रोना इतना कि आँसुओं की बाढ़ में वो सब कुछ खो दे.!


 गमें इश्क में आपके चूर होकर
तड़पता है दिल मेरा मजबूर होकर ..!!


 संगीत सुनकर ज्ञान नहीं मिलता
 मंदिर जा कर भगवान नहीं मिलता
 पत्थर तो इसलिए पूजते हैं लोग
 क्यूँ कि विश्वास के लायक इंसान नहीं मिलता !!


 रास्ते खुद ही तबाही के निकाले हम ने
 कर दिया दिल किसी पत्थर के हवाले हमने
 हाँ ! मालूम हैं क्या चीज़ हैं मुहब्बत यारो
अपना ही घर जल कर देखें हैं उजाले हमने..!



 आँखों के सागर में ये जलन हैं कैसी
आज दिल को तड़पने की लगन हैं कैसी
बर्फ की तरह पिघल जायेगी जिंदगी
ये तेरी दूर रहने की कसम हैं कैसी....!


 रोया है बहुत तब जरा करार मिला है
 इस जहाँ में किसे भला सच्चा प्यार मिला है
 गुजर रही है जिंदगी इम्तिहान के दौर से
 एक ख़तम तो दूसरा तैयार मिला है..!


 रोने से किसी को पाया नहीं जाता
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता
यादें तो रहती है हमेशा ही ताज़ी
चाहे जिन्दगी में जितनी भी हो बर्बादी ..!


जख्म जब मेरे सीने के भर जायेंगें
आसूं भी मोती बन कर बिखर जायेंगें
ये मत पूछना किस-किस ने धोखा दिया
वर्ना कुछ अपनों के चेहरे उतर जायेंगें..!


 दर्द हैं दिल मैं पर इसका ऐहसास नहीं होता
रोता हैं दिल जब वो पास नहीं होता
बरबाद हो गए हम उनकी मोहब्बत मैं
और वो कहते हैं कि इस तरह प्यार नहीं होता...!!




 तुमने आंसू ही दिये हैं हमेशा इन आँखों को
आज कुछ पल के लिए इन होंठो को मुस्काने दो..!


आज भी तलाशती है नजरे प्रेम से लबालब उस कश्ती को ,
हमारे ही कमी से जो डूब गयी थी शक के नदी में ..!!


 सोचते हैं अक्सर तन्हाई में रहके
क्या मिला हमें परछाई में रहके
मोहब्बत करके भी कुछ हासिल न हुआ
बस तड़पते है हर पल रुसवाई में रहके..!!


रोने से किसी को पाया नहीं जाता
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता
यादें तो रहती है हमेशा ही ताज़ी
चाहे जिन्दगी में जितनी भी हो बर्बादी ..!

दोस्तों मै अभी जाती हूँ पुनः मुलाकात होगी
आप पंक्ति पे गौर करे दर्द ए प्यार का एहसास होगी ..!
उसने कहा था आँखे भर देखा करो मुझे लेकिन
जब आँखे भर आती है तो वो नज़र नही आते ...!





अब कुछ अच्छा नही लगता ये क्या हो गया मुझे
शायद किसी अजनबी की बददुआ लग गयी मुझे ...!


 कहते है लोग हमारे समाज में असीम प्यार है
देखना आज है मुझको इस पर कितनो को एतबार है ...!


 मन में जिनके औरतो के लिए कोई सम्मान नही
उनका आस पास भटकना कोई खतरे से कम नही ...!


 दिल के दर्द जल्दी जुबा पे आते नही 
शराब के जुबा पे लगते ही अन्दर रह पते नही ...!


 मोहब्बत की हवा जिस्म की दवा बन गयी
आपसे दुरी मेरे चाहत की सजा बन गयी
अब कैसे भुलाऊ आपको एक पल के लिए
आपकी याद हमारी जीने की वजह बन गयी ...!

 शीशे के तौह्फे न देना किसी को लोग तोड़ दिया करते है
बहुत ख़ूबसूरत हो जो
उनसे कभी मोहब्बत न करना
अक्सर खूबसूरती में मगरूर लोग ही दिल को तोड़ दिया करते है ...!


क्या करे तुमसे दूर जाने का मेरा कोई इरादा नही था
लेकिन हालात ने बिछड़ने के लिए मजबूर कर दिया था ..!




लगी खन्जर दिल पर तो दर्द उतनी न हुई
जितनी दर्द उनके हाथ में खन्जर देख हुई..!


 किसी के दर्द को तुम अपना बना के देखो
बद्दुआओ की जगह दिल से दुआए निकलेगी ..!


कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तेरा ख्याल भी
दिल को खुसी के साथ साथ होता रहा मलाल भी
सब कुछ मेरे पास था पर तू न मेरे पास थी
तेरे यादो के सहारे कटी वो कैसे रात थी.....!

 क्या हुआ गरीबी के कपड़े से ढके है जो मेरे तन
अमीरों से ज्यादा और गंगा से निर्मल है मेरे मन ...!

 क्यू कहूँ ये आजकल अपने दिन खराब हैं
बस उलझ गये हैं काटों में समझ लो गुलाब हैं...!

शिकायत तो नही लेकिन इतना जरुर पूछना चाहती हूँ जमाने से
आखिर वो क्या करे जो जमाने के ही जुल्म से मजबूर हो जाये ...!

ए ज़िन्दगी ढूँढ कोई बिछड़ गया है मुझसे
गर वो न मिला तो "सुन" तुझे भी ख़ुदा हफ़ीज़..!

__सुना है चाहने वाले तो मुक़द्दर से मिला करते है
__________फिर उसे इस बात की तकलीफ़ क्यों,
उसके जिन्दगी से मेरे चले जाने के बाद...!


 जब नाम तेरा प्यार से लिखती हैं उँगलियाँ
मेरी तरफ ज़माने कि उठती है उँगलियाँ. !

 थे अकेले हम तो खुले थे हजारो रास्ते ,
बंद कर लिए मैंने ख़ुद सनम तेरे वास्ते ..!